Saturday, July 16, 2016

एनाबेल डॉल – एक भुतिहा, शापित गुड़िया कि सच्ची क़हानी (Annabelle Doll – A real haunted story of a doll)

 
  हॉन्टेड विलेज “कुलधरा” – एक श्राप के कारण 170 सालों से हैं वीरान Link
अब तक हम आपको भुतहा घर, भुतहा किले, भुतहा आइलैंड, भुतहा म्यूज़ियम आदि के बारे में बता चुके है। आज हम आपको एक भूतिहा गुड़ियाँ (हॉन्टेड डॉल) की रियल स्टोरी बताएँगे, जिस पर कि 2013 में एक ब्लॉकबस्टर मुवी ‘दा कंज्युरिन्ग’ ( The Conjuring) बन चुकी है। यह कहानी है तीन फ्रेंड्स कि जिन्हे यह हन्टेड डॉल ईतना आतंकित कर देती है कि उन्हे उससे मुक्ति पाने के लिए पेशेवर पैरानॉर्मल इंवेस्टीगेटर्स एड और लॉरेन वारेन से मदद लेनी पड़ती है।  यह डॉल आज भी वारेन के ओकलट म्यूज़ियम ( Warren’s Occult Museum) में , शीशे के शोकेस मे रखी है।  शोकेस के ऊपर इसे ना खोलने कि चेतावनी भी लिखी हुई है। एड और लॉरेन वारेन के अनुसार इस डॉल की शैतानी ताकते अभी भी जिन्दा है यदि इसे अभिमंत्रित बॉक्स से बाहर निकाला तो ये फिर से सक्रीय हो जाएंगी। उनके अनुसार इस डॉल को बॉक्स में बंद करने के बाद भी यह एक इंसान कि मौत के लिए ज़िम्मेदार है।
Haunted doll at Occult Museum
ओकलट म्यूज़ियम में रखी हॉन्टेड डॉल 
कहानी की शुरुआत :
इस कहानी कि शुरुआत होती है 1970 में जब एक माँ एक हॉबी स्टोर से, एन्टिक सी दिखने वाली गुड़िया लेकर आती है।  वो यह गुड़िया अपनी बेटी डोना को उसके जन्मदिन पर भेट करती है। डोना उस वक़्त नर्सिंग की पढाई कर रही थी तथा एक अपार्टमेंट में अपनी फ्रेंड अनंगी के साथ रहती थी। डोना अपनी माँ द्वारा दी गई डॉल को अपने बेड पर एक कोने में सज़ा देती है। कुछ ही दिनों में  डोना और उसकी फ्रेंड् को उस डॉल के बारे मे कुछ अजीब सा, डरावना सा अनुभव होने लगता है। वो  नोटिस करते है की गुड़िया अपने आप मूव करती है। शुरू में तो यह मूवमेंट बहुत मामुली होते है  जैसे की डॉल का एक ही जगह घूम जाना। पर जैसे -जैसे दिन बितते है यह मुवमेंट बढ़ता जाता है।  अब हालात यह हो जाते है की जब वो  कॉलेज से घर आते है तो डॉल कभी तो उनको दूसरे कमरे मे, कभी सोफे पे और कभी कुर्सी पर मिलती है। यहाँ तक की कमरा बंद होने के बावजूद डॉल अपनी जगह बदल लेती है।

चमड़े के कागज़ पर मिलते है संदेश :
डॉल को लाने के एक महीने के बाद हालात और भी पेचीदा होने लगते है।  अब उन्हें कमरो में कागज़ पर लिखे सन्देश मिलने लगते है।  कागज़ पर ‘Help Me’ लिखा होता था तथा राइटिंग छोटे बच्चे की जैसी थी। उसमे भी आश्चर्य की बात यह की मैसेज चमड़े के कागज़ पर लिखे होते थे जो की उस घर में थे ही नहीं।
नज़र आते है खून के धब्बे :
एक रात वो सब जब घर आते है तो उन्हें डॉल की पीठ और सीने पर खून की बुँदे नज़र आती है। अब उनका धेर्ये जवाब दे जाता है।  उन्हें लगता है की इस डॉल में किसी की आत्मा है और वो आत्माओं से बात करने वाले एक इंसान  को मदद के लिए बुलाते है। वो व्यक्ति उस गुड़िया कि आत्मा से बात करके पता लगाता है कि उसमे एक बच्ची एनाबेल की आत्मा है जो की अपने बचपन में उसी जगह खेला करती थी जहा आज वो अपार्टमेंट बना हुआ है और सात साल की उम्र में उस लड़की की लाश भी उसी जगह मिलती है। वो कहती है की उसे डोना का साथ अच्छा लगता है और वो उसके साथ ही रहना चाहती है। डोना भी उसे रहने की इज़ाज़त दे देती है पर शीघ्र ही डोना को महसूस होता ही की उसने उस आदमी कि बातो पर विश्वास करके बहुत बड़ी गलती कर दी क्योकि उस डॉल में किसी बच्ची की आत्मा ना होकर कोई शैतानी आत्मा है।
Lorraine Warren with Haunted Doll
लॉरेन वॉरेन के साथ हॉन्टेड डॉल 
हॉन्टेड डॉल, लू पर करती है जानलेवा हमला :
उस घर में उन दोनों के साथ लू भी रहता था जो की उस गुड़िया को शुरू से ही पसंद नही करती था । उसने डोना को कई बार कहा था की इस डॉल में बुरी आत्मा है तुम्हे इसे फेक देना चाहिए। पर डोना उसकी बात पर ध्यान नही देती थी। बच्ची की आत्मा से बात करने के कुछ दिन बाद ही एक दिन सुबह उठकर लू ने बताया कि कल रात डॉल ने उसका गला दबाकर मारने की कोशिश की। डोना को लगता है की लू ने रात को कोई डरावना सपना देख लिया है। लेकिन उस दिन दोपहर को ऐसी घटना घटी है जिससे सब के होश उड़ जाते है। होता यूँ है की दोपहर को लू और अनंगी बैठ कर बाते  कर रहे होते है तभी उन्हें डोना के कमरे से भयंकर चीखे सुनाई देती है, जबकि डोना तो घर पर होती नही है।  वो दोनों डरते डरते डोना के कमरे में पहुँचते है। जब वो अंदर पहुँचते है तो वहाँ उन्हें डॉल के अलावा कोई नज़र नहीं आता है।  डॉल लू को देखते ही उस पर हमला कर देती है वो उसकी शर्ट फाड़ देती है और उसके शरीर पर जगह जगह घाव कर देती है। इस हमले से घबराया लू सदमे में चला जाता  है।
Ed Warren Office
एडवर्ड वॉरेन का ऑफिस 
पैरानॉर्मल इन्वेस्टीगेशन :
लू पर हुए हमले से डोना को विश्वास हो जाता है की इस गुड़िया में कोई बच्ची की नहीं बल्कि एक शैतानी आत्मा है, यह गुड़िया शापित है। अब डोना मदद के लिए एक बिशप ‘फादर हेगन’ से मिलती है। फादर हेगन को यह सब शापित आत्मा का मामला लगता है।  इसलिए वो डोना को अपने सीनियर ‘फादर कुक’ के पास भेज देते है जो की इन्वेस्टीगेशन के लिए पैरानॉर्मल एक्सपर्ट वारेन दंपती (एडवर्ड वॉरेन और लॉरेन रीटा वॉरेन) को बुलाते है।
वारेन दम्पति , तीनो फ्रेंड्स से बात करके और एक सप्ताह तक उस डॉल के व्यवहार का अध्ययन करने के बाद इस नतीजे पर पहुंचते है की गुड़िया में वास्तव में कोई शैतानी आत्मा है जो की डोना के शरीर में कब्ज़ा करना चाहती है। इसकी शरुआत वो इनका ध्यान अपनी और आकर्षित करके करती है।  इसके लिए वो पहले जगह बदलती है, फिर हैंड नोट लिखती है अंत में अपने ऊपर ब्लड लगाती है। जब वो एक आत्माओं से बात करने वाले को बुलाते है तो यह झुठ बोलकर की वो एक बच्ची की आत्मा है और किसी को नुकसान नही पहुंचाएगी, घर में रुक जाती है। लेकिन वो इस काम से नाराज़ हो जाती है और लू , जो की उसे बिल्कुल भी पसंद नही करता था, के ऊपर जानलेवा हमला करती है। वारेन के अनुसार वो  आत्मा अब कुछ ही दिनों में डोना के शरीर  कब्ज़ा करने वाली थी।
Lorraine Warren at Occult Museum
लॉरेन वॉरेन, ओकलट म्यूज़ियम में 
हॉन्टेड डॉल का ओकलट म्यूज़ियम पहुचना :
उस घर को शापित आत्मा से मुक्त करने के लिए वारेन, फादर कूक द्वारा वहा एक अभिमंत्रित क्रिया करवाते है तथा उस शापित गुड़िया को अपने साथ ले जाते है। लेकिन शीघ्र ही उसे महसूस होता है की इस डॉल की शैतानी ताकत बहुत ज्यादा है क्योकि वो जब उस डॉल को अपनी गाडी में रखकर रवाना होते है तो उस गाडी के पॉवर ब्रेक और स्टेरिंग, मोड़ पर काम करना बंद कर देते है जिससे की गाडी इधर उधर टकरा जाती है। वो समझ जाते है ये सब इस डॉल की शैतानी ताकत के कारण हो रहा है। वो अपनी गाडी को रोकते है और उस गुड़िया पर अभिमंत्रित जल छिड़कते है।  उसके बाद वो गुड़िया शांत होती है और वारेन सकुशल घर पहुंचते है।
वो उस डॉल को अपने ऑफिस में रख देते है।  एक दो दिन बाद ही डॉल की पुरानी हरकते फिर शुरू हो जाती है। वारेन जाते हुए उसे एक कमरे में बंद करके जाते है पर वो आते है तो वो कभी उन्हें सीढ़ियों में तो कभी दूसरे कमरे में मिलती है। इसी बीच एक और घटना घटती है। एक बार फादर जैसन ब्रॅडफ्रेड, वारेन से मिलने उनके ऑफिस आते है तो वो उस डॉल को उठा के कहते है की ये सिर्फ एक डॉल है ये किसी को कुछ नुक्सान नही पहुंचा सकती है। लेकिन जब फादर वहा से लौटते है तो रास्ते में ही उनका मेजर एक्सीडेंट हो जाता है और वो घायल हो जाते है।
Poster of The Conjuring 
‘दा कंज्युरिन्ग’ फिल्म का पोस्टर 
इसके बाद वारेन एक अभिमंत्रित बॉक्स बनाकर, डॉल को उसमे रखकर, अपने म्यूज़ियम में रख देते है। उसमे रखने के बाद उस डॉल में फिर मूवमेंट नही दिखाई देता है। हालांकि वारेन इसके बाद भी उसे एक और मौत के लिए ज़िम्मेदार मानते है। वो बताते है की एक बार एक नौजवान अपनी गर्लफ्रेंड के साथ म्यूज़ियम देखने आया था।  उन्होंने जब उसे उस डॉल की कहानी सुनाई तो वो शोकेस के पास जाकर उस डॉल का मज़ाक बनाने लगा। उसने कहा की ये डॉल यदि किसी इंसान के शरीर पर घाव बना सकती है तो मैं भी ऐसा ही चाहूँगा। वारेन उन्हें ऐसा करने से मना करते है और उन्हें अपने  बाहर कर देते है। बाद में उन्हें पता पड़ता है की  म्यूज़ियम से निकलने के कुछ देर बाद ही उस लड़के की रोड एक्सीडेंट में मौत हो जाती है और लड़की घायल होकर अस्पताल पहुंचती है जहां की वो साल भर रहती है। वारेन उस लड़की से हॉस्पिटल में मिलने जाते है और पूंछते है की क्या हुआ ?  तो वो कहती है वो दोनों उस डॉल का मज़ाक बनाते हुए बाइक से जा रहे थे की अचानक वो अपना बाइक से कंट्रोल खो देते है और पेड़ से टकरा जाते है।
वारेन का कहना था “आप को शैतान को चैलेंज नहीं करना चाहिए क्योकि कोई भी इंसान उनसे ज्यादा शक्तिशाली नही होता है।”
कौन हैं एड और लॉरेन वॉरेन?
 Ed and Lorraine Warren
एडवर्ड वॉरेन और लॉरेन रीटा वॉरेन
एडवर्ड वॉरेन और लॉरेन रीटा वॉरेन अमेरिकी पैरानॉर्मल एक्टिविटीज इन्वेस्टिगेटर्स थे। इन्होंने कई भुतहा मामले सुलझाए हैं। इनमें से ही एक एनाबेले डॉल केस था। एड और लॉरेन वॉरेन द्वारा सुलझाए गए कई घटनाक्रमों पर फिल्में भी बन चुकी है। एडवर्ड, द्वितीय विश्व युद्ध के अमेरिकी नौसेना के पूर्व अधिकारी थे। उनकी पत्नी लॉरेन पेशेवर पैरानॉर्मल एक्सपर्ट थीं और वो अपने पति एडवर्ड को उनके कामों में सहयोग करती थीं।
1952 एडवर्ड ने मानसिक अनुसंधान के लिए न्यू इंग्लैंड सोसाइटी की स्थापना की। इसके बाद द वॉरेंस ऑकल्ट म्यूजिम भी खोला। दोनों का दावा था कि उन्होंने अपने करियर के दौरान लगभग 10,000 भुतहा मामले सुलझाए थे।
एडवर्ड वॉरेन की 2006 में मृत्यु हो चुकी है।

Monday, July 4, 2016

दिल्ली की 10 डरावनी जगह ( Top10 Haunted Places in Delhi)

Top 10 Haunted Place of Delhi in Hindi : आइए जानते है दिल्ली की उन 10 जगहों के बारे में जिनके बारे में माना जाता है की यहाँ पर आज भी भूतों, आत्माओं या कोई अदृश्य शक्तियो का निवास है। इन जगहों पर रात में जाने की हिम्मत बहुत कम लोग ही जुटा पाते है।
1. दिल्ली कंटोनमेंट (Delhi Cantonment)Delhi Cantonment Story & History in Hindi
Delhi Cantonment  जिसे कि सामान्यतया Delhi Cant कहा जाता है कि स्थापना ब्रिटिश – इंडियन आर्मी ने कि थी। यह पूरा इलाका एक छोटे से जंगल की तरह दिखाई देता है जिसमे चारो तरफ हरे भरे पेड़ो है। कहा जाता है कि दिल्ली केंट में सफेद लिबाज पहने एक महिला लोगों से लिफ्ट मांगती है। अगर आप आगे निकल जाते हैं तो यह महिला कार के जितना तेज भाग कर पीछा करती है।  बहुत से लोगो ने उसको देखे जाने की पुष्टि की है। हालांकि आज तक किसी इंसान को नुक्सान पहुचाने की कोई खबर नहीं है।  लोगो का कहना है शायद से किसी महिला ट्रेवलर की आत्मा है जिसकी मृत्यु इसी इलाके में हुई हो।
2.फिरोज शाह कोटला किला (Feroz Shah Kotla Fort)Feroz Shah Kotla Fort story & history in Hindi
1354 में फिरोज शाह तुगलक द्वारा बनवाया गया यह किला आज खंडहर हो चुका है। आसपास की लोगों की मानें तो हर गुरुवार यहां मोमबत्तियां और अगरबत्ती जलती दिखती है। और तो और, अगले दिन किले के कुछ हिस्सों में कटोरे में दूध और कच्चा अनाज भी रखा मिलता है। ऐसा अक्सर होता रहा है, जिसके चलते किले की पहचान अब भूतों के किले के रूप में होने लगी है।
3. खूनी नदी, रोहिणी (Khooni Nadi, Rohini)Khooni Nadi, Rohini Story & History in Hindi
रोहिणी के कम शोर गुल वाले इस इलाके में यूं भी कम लोग आते हैं। नदी के आसपास कोई नहीं जाता है। कारण, नदी के किनारे लाश मिलना। हत्या, आत्महत्या, दुर्घटना कारण चाहे जो हो, यहां नदी किनारे लाशें मिलना आम बात हो गई है। यही कारण है कि लोग इसे डरावनी जगहों में शुमार करते हैं।
4. मालचा महल (Malcha Mahal)Malcha Mahal Story & History in Hindi
मालचा महल दिल्ली के दक्षिण रिज़ के बीहड़ो में छुपा है।  इसका निर्माण आज से 700 साल पहले फ़िरोज़ शाह तुगलक ने करवाया था।  वो इसे अपनी शिकारगाह के रूप इस्तमाल करते थे।  यह महल पिछले कई सदियों से वीरान रहने के कारण खंडहर हो चुका था। इस खंडहर हो चुके महल में 1985 में, अवध घराने की  बेगम विलायत महल अपने दो बच्चो, पांच नौकरो और 12 कुत्तो के साथ रहने आई। इस महल में आये बाद वो कभी इस महल से बाहर नहीं निकली। इसी महल में बेगम विलायत खान ने 10 सितम्बर 1993 को आत्महत्या कर ली थी। कहते है की बेगम की रूह आज भी उसी महल में भटकती है।
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आखिर क्यों एक राजघराने की बेगम को रहने के लिए एक खंडहर में आना पड़ा ? जानने के लिए पढ़िए यहाँ
5. म्यूटिनी हाउस, कश्मीरी गेट (Mutiny House, Kashmiri Gate)Mutiny House, Kashmiri Gate Story & History in Hindi
यह स्मारक 1857 में मारे गए सिपाहियों की याद में अंग्रेजों ने बनवाया था। हां, यादें और साए अभी भी इस इमारत के आसपास रहते हैं। इसलिए इसे डरावना माना जाता है।
6. भूली भतियारी का महल, झंडेवालान (Bhuli Bhatiyari ka Mahal)Bhuli Bhatiyari ka Mahal Story & History in Hindi
यह महल किसी ज़माने में तुगलक वंश का शिकारगाह हुआ करता था। इस महल का नाम “भूली भतियारी”, इसकी देखभाल करने वाली महिला के नाम पर पड़ा है।  अंधेरा होना के बाद यहां परिंदा भी पर नहीं मारता। अक्सर सुनाई देने वाली अजीबोगरीब आवाजें यहां माहौल को और डरावना बना देते हैं।
7. संजय वन (Sanjay Van)Haunted Sanjay Van Story & History in Hindi
10 किमी क्षेत्रफल में फैले इस इलाके में बच्चों की आत्माएं दिखने के दावे किए गए हैं, जो अक्सर खेलते रहते हैं। अंदर से यह वन घना और डरावना भी है।
8. करबला कब्रिस्तान (Karbala Graveyard)Haunted Karbala Graveyard story & history in Hindi
जैसा नाम, वैसा कब्रिस्तान। फिल्मी कब्रिस्तान की तरह यहां भी साये दिखने और उनकी हरकतों के गवाह है आसपास के लोग।
9. जमाली-कमाली का मकबरा और मस्जिद, महरौली, (Jamali Kamali Tomb & Mosque)Jamali Kamali Tomb & Mosque Story & History in Hindi
यह मस्जिद दिल्ली के महरौली में स्थित है। यहां सोलवहीं शताब्दी के सूफी संत जमाली और कमाली की कब्र मौजूद है। इस जगह के बारे में लोगों का विश्वास है कि यहां जिन्न रहते हैं। कई लोगों को इस जगह पर डरावने अनुभव हुए हैं। सूफी संत जमाली लोधी हुकूमत के राज कवि थे। इसके बाद बाबर और उनके बेटे हुमायूं के राज तक जमाली को काफी तवज्जो दी गई। माना जाता है कि जमाली के मकबरे का निर्माण हुमायूं के राज के दौरान पूरा किया गया। मकबरे में दो संगमरमर की कब्र हैं, एक जमाली की और दूसरी कमाली की। जमाली कमाली मस्जिद का निर्माण 1528-29 में किया गया था। यह मस्जिद लाल पत्थर और संगमरमर से बनी है।
10. खूनी दरवाजा (Khuni Darwaza) Khuni Darwaza Story & History in Hindi
यहीं बहादुर शाह जफर के तीन बेटों को अंग्रेजों ने मार डाला था। कहते हैं, तभी से तीनों शहज़ादे इसी इलाके में साया बनकर मौजूद रहते हैं।

Saturday, July 2, 2016

Real Ghost Story In Hindi : भूतों की 13 सच्ची कहानियां

Hindi Real Ghost Horror Stories , Bhoot ki kahani : क्या आपको लगता है कि भूत होते हैं। हैलोवीन से लेकर चीनी घोस्ट फेस्टिवल तक भूत हमारे जीवन और संस्कृति का हिस्सा रहे हैं। हालांकि यह सच है या झूठ, इस पर हजारों सालों से विवाद रहा है। हम यहां दुनियाभर की कुछ ऐसी तस्वीरें दिखा रहे हैं, जिन्हें देखने के बाद भूत के अस्तित्व को नकारा नहीं जा सकेगा।
1.रेहम हॉल की ब्राउन लेडी (Brown lady of Raynham hall)
Brown lady of Raynham hall Real horror story
नोरफॉक इंग्लैंड के रेहम हॉल में 1936 में कैमरे में कैद हुए इस साये को ब्राउन लेडी कहा जाता था। इसमें भूरे रंग के बूटेदार कपड़े पहनी हुई महिला को देखा गया था। इसका नाम लेडी डोरोथी था, जो चार्ल्स टाउनशेंड नामक व्यक्ति की दूसरी पत्नी थी। महिला को विश्वासघात करने पर सजा के रूप में घर में बंद कर दिया था। बाद में उसकी मौत हो गई थी। कई लोगों के साथ जॉर्ज पंचम ने भी कहा था कि उन्होंने एक भूरी महिला को देखा है। अंत में एक दिन उसकी तस्वीर देख कर उनके होश उड़ गए। बाद में यह तस्वीर लाइफ मैगजीन में भी प्रकाशित हुई।
2.बैचलर ग्रोव कब्रिस्तान का भूत (Ghost of bachelor grove cemetery)
Ghost of bachelor grove cemetery real bhut story
 शिकागो का यह कब्रिस्तान अपनी कुछ अजीबोगरीब हालात के कारण बंद कर दिया गया। 1999 में घोस्ट रिसर्च सोसायटी के सदस्यों ने इस कब्रिस्तान की जांच के दौरान अपने हाइस्पीड इन्फ्रारेड कैमरे से कई तस्वीरें ली थी। जब यह फिल्म डेवलप होकर आईं तो कई लोगों के होश उड़ गए। एक तस्वीर में एक अदृश्य महिला बहुत पुराने जमाने के कपड़े पहने हुए दिखाई दी।

3.मुझे भूल गए क्या भाई ? (Ferguson ghost)
Ferguson ghost history in hindi
1968 में लॉस एंजिलिस में अध्यात्मवादी सम्मेलन में लेखक रॉबर्ट ए. फर्ग्यूसन भाषण दे रहे थे। कई फोटोग्राफर उनकी तस्वीरें ले रहे थे। लेकिन एक फोटोग्राफर की तस्वीर में उनके पीछे  एक व्यक्ति का साया देखा गया। यह इतिहास की सबसे बड़ी घटना भी मानी जाती है। बाद में फर्ग्यूसन ने जांच करयह स्वीकार किया कि यह उनका भाई वॉल्टर था, जिसकी मृत्यु द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हो गई थी।
4.कब्र पर छोटे बच्चे का साया (Grave ghost )
Grave ghost History in Hindi
ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में एक मां अपनी बेटी की कब्र पर हर बार शोक करने आती थी। श्रीमती एंड्रयू ने बेटी की कब्र की एक तस्वीर ली थी। जब उसे फिल्म रोल को डेवलप करवाया तो उन्हें अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ। तस्वीर में कब्र पर एक छोटे बच्चे का साया दिखाई दे रहा था। वह श्रीमती एंड्रयू को घूर-घूर कर देख रहा था। बाद में जांच में पाया गया कि उनकी बेटी
की कब्र के पास ही दो छोटी बच्चियों की भी कब्र थी, जो तस्वीर में थी।
5.सेफ्टन चर्च का भूत (Sefton church ghost) –
Sefton church ghost story
ग्रेट ब्रिटेन अपने भूतों से जुड़े किस्सों के लिए मशहूर है। सेफ्टन चर्च भी इससे अछूता नहीं है। एक बार चर्च में प्रार्थना के दौरान आने वाले भक्त ने दूर खड़े काले साये को को कैमरे में कैद किया।
6.वर्स्टटीड चर्च में व्हाइट लेडी भूत (White lady ghost of wherstead church)
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1975 की बात है। बर्थलॉट परिवार रोजाना चर्च में प्रार्थना करने जाता था। उस दौरान श्रीमती बर्थलॉट एंटीबायोटिक्स पर जी रही थीं। वे बेंच पर बैठ कर प्रार्थना कर रही थीं और दूर बैठे उनके पति तस्वीर ले रहे थे। जब तस्वीरें बन कर आईं तो श्रीमती के पीछे सफेद औरत का भूत बैठा हुआ था। इस तरह की कहानी वहां प्रचलित हो गई थी कि अगर कोई भी व्यक्ति प्रार्थना के दौरान झुकता है तो वह साया उसके पास आ जाता है।
7.डिसेबल होटल का भूत (Ghost of Disebal hotel) –
Ghost of Disebal hotel Story
डिसेबल होटल रोमानिया देश का सबसे पुराना होटल है। लोगों का मानना है कि यह होटल एक बड़े प्राचीन जमीन में दफन खजाने के ऊपर बना है और एक काला साया उसकी रक्षा करता है। 2008 में यह बात उस समय पुख्ता हो गई, जब 33 साल की विक्टोरिया इवोन ने एक काले साये वाली महिला की तस्वीर खींची।
8. इंग्लैंड के हर्टफोर्डशर में फार्म भूत (Farm ghost) –
Farm ghost Story
2008 में शादी की तस्वीरें खींचने वाले फोटोग्राफर नील सेंडबैक ने हर्टफोर्डशर में एक फार्म की कुछ तस्वीरें उतारीं। यह शादी होने से पहले की लोकेशन थी। नील ने जब कम्प्यूटर में इन तस्वीरों को देखा तो अवाक रह गए। एक तस्वीर में उन्हें बच्चे का चमकता हुआ भूत दिखा, जबकि फोटो लेने के दौरान उस समय कोई नहीं था। लोगों से कुछ घटनाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यहां पुलिस मुठभेड़ में कई लोग मारे जा चुके हैं, जिसमें एक वह भूत वाला लड़का भी था।
9.टेक्सास के सेन एंटोनियो में रेलरोड भूत (Railroad Crossing Ghost) –
Railroad Crossing Ghost Sacchi kahani
सेन एंटोनियो में रेलरोड क्रॉसिंग में अदृश्य महिला का भूत फोटोग्राफ में देखा गया। भूतों की ली गई तस्वीरों में इस तस्वीर पर सबसे ज्यादा बात की गई है। यहां कुछ साल पहले स्कूल के बच्चे कट कर मर गए थे। इसमें मिडल एज महिला को नाइट ड्रेस में दिखाया गया। साथ में उसके साथ एक टेडी बीयर या फिर कुत्ता भी दिखा।
10. यूबाय चर्च का 9 फुट लंबा भूत (Ghost of Ubay Charch) –
Ghost of Ubay Charch, Bhoot ki kahani
इंग्लैंड के उत्तरी यॉर्कशर के न्यूबाय चर्च में 9 फुट लंबा भूत देखने को मिला। यह तस्वीर 1963 में केएफ लॉर्ड ने ली थी। लॉर्ड ने दावा किया कि उस दौरान वहां सामने कोई भी नहीं था। हालांकि इससे चर्च में कोई भी सुपरनेचुरल एक्टीविटी (अलौकिक गतिवधियां) नहीं देखी गईं। चर्च ने भी अतीत में किसी नौ फुट लंबे पादरी और पुजारी के चर्च में सेवाएं देने से इनकार किया
था।
11. सच्चा प्यार कभी नहीं मरता (Grandfather’s ghost)-
Real ghost story - Grandfather's ghost
अक्सर लोग दावा करते हैं कि प्यार सच्चा हो तो लोग कभी जुदा नहीं हो सकते। डेनिस रसेल अपनी नाती-पोतों के साथ पिकनिक का मजा ले रही थीं। उनकी एक तस्वीर में उनके पति का भूत दिखा। कुछ साल बाद दादी डेनिस भी चल बसीं। उनके बच्चों द्वारा 2000 में क्रिसमिस पार्टी की एक फैमिली एलबम देखने के दौरान एक तस्वीर में उनकी स्वर्गीय दादी के साथ बुजुर्ग आदमी के साये को फिर देखा गया। यह उनके डेनिस के पति का भूत था।
12. लॉर्ड कॉम्बरमेर और उनकी पसंदीदा कुर्सी (Ghost of Lord Combarmer) –
Ghost of Lord Combarmer Hindi Kahani
लॉर्ड कॉम्बरमेर बारबडोस के गर्वनर थे। 1891 में उनकी घोड़ागाड़ी के साथ हुए हादसे में मौत हो गई। उनके करियर के दौरान उन्हें ऑफिस की लाइब्रेरी में रखी कुर्सी से बड़ा प्यार था। उनके अंतिम संस्कार के दौरान सिबेल कॉर्बेट ने लाइब्रेरी में एक कैमरा लगा दिया। जब कैमरे द्वारा खींचे हुई तस्वीरों को बनवाया तो कॉम्बरमेर अपनी प्यारी कुर्सी पर बैठे दिखाई दिए।
13. ग्रुप फोटो में साथियों के साथ (Ghost of Fredi Jekson) –
Ghost of Fredi Jekson Hindi Story
1919 में मेकैनिक फ्रेडी जैकसन की एक हादसे में मौत हो गई। अगले दिन उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। ठीक दो दिन बाद स्क्वॉर्डन रॉयल नेवी वेसेल ने ग्रुप फोटो खिंचवाया। जैकसन भी इसी टीम को हिस्सा था। इन तस्वीरों को डेवलप करवाने के बाद लोगों को विश्वास नहीं हुआ। मृत जैकसन भी इस तस्वीर का हिस्सा था।यह तस्वीर रिटायर्ड आरएएफ ऑफिसर सर विक्टर गॉडर्ड द्वारा ली गई थी।


A Haunting In Indian Railway


A Haunting In Indian Railway

This unforgettable incident took place in October this year when we (my father, mother, sister and myself) were on my way to North Bengal to celebrate the Durga Pujas (a festival of Bengal). . We boarded the Teesta Torsha express from Sealdah. It was going good until night when my uncle called us up and told us that 19 oil tankers were derailed at Kishanganj. We were now 34hours in train.
Day 2: We suffered a lot as the train stopped for hours at stations and the attendants switched of the A.Cs in the train. We were tired and slept off after we reached NJP at 12. 30 at night. After some time, I woke up for some fresh air as I was feeling uncomfortable being confined in a small area for so long. So I went out and after refreshing myself, out of sheer curiosity, I opened the door latch. The train was stationary. I checked the cell info, which showed that it was GAISAL and the time was 1.28A.M by my watch. It was steady when suddenly a gust of wind passed through me. Then I heard the honk of an engine which was gradually approaching closer. Then suddenly I heard a loud noise as if there was an explosion. Then our train began moving with a jerk and suddenly I regained my senses and everything was as quiet as before. I closed the door latch and as soon as I looked behind, I saw a shadowy figure which suddenly disappeared within a second! I quickly went back inside. I kept thinking about what had happened exactly as I did not believe in paranormal activities before and thought it was just a dream.
Day 3: We reached my maternal uncles home by morning. I decided to surf the net and check whether anyone had experienced the same at GAISAL...
Then, to my surprise, I found out that GAISAL was the site of one of the worst railway accidents in history of Indian Railways!
I have some questions in my mind which will remain unanswered. 1) The first question is, have anybody else experienced the same? 2) If so, why don't the drivers experience? 3) Or was it just a dream?